पांच नामजद सहित दो अज्ञात के खिलाफ गंभीर मामलों में एफआईआर दर्ज।
प्रतापगढ़। योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रदेश में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध और अपराधियों की कमर तोड़ रही है। जिससे इंकार नही किया जा सकता है। लेकिन वही कुछ ऐसे शरारती तत्व हैं जोकी सरकार की इस नीति पर धब्बा लगाने से बाज नही आते। होली बीती थी की कुछ लोग खून की होली की तैयारी मे जुटे गये। और अकेला पाकर खेली भी, नतीजा घर का खाना-पानी भी छूटा गया और अब सलाखों के पीछे जाने की बारी है। जान पर भारी पड़ रहे जर, जोरू और जमीन के झगड़े, यूपी में आधे से ज्यादा हत्याओं के पीछे यही हैं सबसे बड़ी वजह अक्सर पढ़ने को मिलती है। मामला प्रतापगढ़ जनपद अंतर्गत संग्रामगढ थाने का है। सुमित्रा देवी पत्नी कल्लू सिंह गांव नरई प्रतापगढ़ की मूल निवासी हैं। घटना बीती 29 मार्च सुबह लगभग आठ बजे की बताई जा रही है। कल्लू सिंह अपने खेत की तरफ जा रहे थे और पहले से ही घात लगाए बैठे गांव के ही सुमन सिंह पुत्र हीरालाल, अदालत पुत्र सुमन सिंह, नकवो पुत्र सुमन सिंह, राधा पत्नी सुमन सिंह, हरकेश पुत्र तुलसीराम, दो अज्ञात लोग भी थे एकजुट होकर आए और हाथों में धारदार हथियार और कुल्हाड़ी लाठी-डंडा लेकर गाली-गलौज करते हुए कल्लू सिंह की तरफ बढ़े और लाठियां डंडे बरसाने लगे इतने में हो हल्ला मचा। इस मारपीट में बुजुर्ग को गंभीर चोटे आई हैं। जिसमें दोनों हाथ पैर टूट गए और सर में भी गंभीर चोटें आई हैं। सुमित्रा देवी के पति कल्लू सिंह को बेहोशी की हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया आनन-फानन में, गंभीर हालत देखते हुए चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इस समय जिनका मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज में चल रहा है। पुलिस प्रशासन की तरफ से कई गंभीर धाराओं में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई हैं। एफआईआर कॉपी से मिली जानकारी के अनुसार IPC की धारा 147,148,307,308,323,324,325 और 504 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सुमन सिंह, अदालत, नकवो, राधा, हरकेश दो अज्ञात के खिलाफ़। संग्रामगढ थाने के सीयूजी नंबर पर बात करने पर ज्ञात हुआ कि दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। पर नाम बताने से इंकार करते हुए फोन कट कर दिया गया।
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